
एनसीबी लोगो और क्षितिज रवि प्रसाद. (Photo: Instagram)
वकील सतीश मानेशिन्दे (Satish Maneshinde) ने आरोप लगाया कि, 50 घंटों के टॉर्चर के बाद क्षितिज रवि प्रसाद (Kshitij Ravi Prasad) से जबरदस्ती बयान पर साइन करवाया गया है, जो उन्होंने दिया ही नहीं है.
- News18Hindi
- Last Updated:
September 27, 2020, 8:23 PM IST
दूसरी तरफ क्षितिज रवि प्रसाद के वकील सतीश मानेशिन्दे (Satish Maneshinde) ने एनसीबी पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. वकील ने आरोप लगाया है कि, एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने क्षितिज प्रसाद को धमकाया कि अगर वे स्टेटमेंट पर साइन नहीं करेंगे तो उन्हें न उनके परिवार से बात करने दी जाएगी, न ही लॉयर से.
आखिरकार 50 घंटों के टॉर्चर के बाद उनसे जबरदस्ती बयान पर साइन करवाया गया है, जो क्षितिज प्रसाद ने दिया ही नहीं है. क्षितिज प्रसाद के वकील सतीश मानेशिन्दे के मुताबिक NCB की पूरी गिरफ्तारी और फर्जी जांच और लिए गए बयान इशारा करते हैं कि NCB करन जौहर और धर्मा प्रोडक्शन को फंसाना चाहती है.
क्षितिज प्रसाद के वकील मानेशिन्दे ने कोर्ट को बताया कि, अगली सुबह जब जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अपनी टीम के साथ मिलने आए तो उन्होंने क्षितिज प्रसाद से कहा कि, वे धर्मा प्रोडक्शन से एसोसिएट रहे हैं, इसलिए वे ऐसा बयान दें कि करन जौहर, सोमेल मिश्रा, राखी, अपूर्वा और नीरज उर्फ राहिल ये सभी ड्रग्स लेते हैं. यदि क्षितिज प्रसाद ऐसा बयान देते हैं तो उन्हें जाने दिया जाएगा. क्षितिज प्रसाद ने ऐसा बयान देने से मना कर दिया और कहा कि वे इन सभी लोगों को पर्सनली नहीं जानते हैं और न ही वे इस तरह का बयान देंगे. इसके बाद क्षितिज प्रसाद पर अलग अलग तरह से दबाव बनाने की कोशिश की गई.वकील ने आरोप लगाया कि, क्षितिज के गलत बयान देने से इनकार करने के बाद जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने उसे कुर्सी से नीचे उतारकर जमीन पर बैठा दिया और क्षितिज प्रसाद को सबक सिखाने की बात कहते हुए अपना जूता निकाला और कहा कि यही तेरी औकात है. इसके बाद NCB के वहां मौजूद अधिकारी और ड्रग पैडलर संकेत सब हंसने लगे. क्षितिज प्रसाद ने कभी ऐसी सिचुएशन फेस नहीं की है और वे ट्रोमा में हैं.