
पाकिस्तानी सिंगर मीशा और एक्टर अली जफर.
सिंगर पर जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है, उन धाराओं के तहत किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा या निजता को नुकसान पहुंचाने वाली झूठी जानकारी का जानबूझकर प्रसार करने पर तीन साल की सजा हो सकती है.
- News18Hindi
- Last Updated:
September 30, 2020, 4:09 PM IST
अप्रैल 2018 में शफी ने ज़फर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे को कानूनी नोटिस भेजे थे. ज़फर ने गायिका के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी किया था जो अदालत में लंबित है.
नवंबर 2018 में ज़फर ने एफआईए की साइबर इकाई में शिकायत दायर कर आरोप लगाया था कि कई सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए उन्हें धमकी दी जा रही है और उनकी मानहानि करने वाली पोस्ट की जा रही हैं. उन्होंने अपने दावे के समर्थन में ट्विटर और फेसबुक के कुछ अकाउंट्स का ब्यौरा भी दिया था.
ज़फर ने आरोप लगाया था कि शफी के यौन उत्पीड़न के आरोप से पहले ही कई फर्जी अकाउंट बनाए गए हैं. ज़फर और शफी, दोनों के कौशल प्रबंधक रहे रिज़वान रईस ने अपनी गवाही में कहा कि पेप्सी के विज्ञापन में ज़फर, गायक आतिफ असलम की जगह ले रहे थे और शफी ने ज़फर से पेप्सी के करार से दूर रहने को कहा और ऐसा नहीं करने पर शफी ने उनपर “मीटू अभियान“ के तहत यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाने की धमकी दी. ज़फर कई भारतीय फिल्मों में भी दिख चुके हैं.