हाइलाइट्स:
- केंद्र सरकार की पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर का केंद्र सरकार पर बड़ा वार
- हरसिमरत कौर बादल ने कहा- पहले हमने हाथ जोड़े, अब दिल्ली की दिवार हिला कर रहेंगे
- हरसिमरत कौर ने कृषि विधेयकों के विरोध में केंद्र सरकार के मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
केंद्र सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद हरसिमरत कौर बादल और उनकी पार्टी अकाली दल के तेवर तल्ख हो गए हैं। नरेंद्र मोदी सरकार से कृषि विधेयकों के मुद्दे पर उपजे असंतोष के कारण अकाली दल अब किसानों के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को कहा कि हम पहले हाथ जोड़ते थे, लेकिन अब हम दिल्ली की दीवारें हिला कर रहेंगे।
हरसिमरत कौर बादल का बयान किसानों के उस विरोध के बीच आया है, जिसका असर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के तमाम हिस्सों में देखने को मिल रहा है। हरसिमरत कौर बादल आज दमदमा साहिब में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मत्था टेकने पहुंची थीं। यहां पर अपने समर्थकों और किसानों को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि वह केंद्र सरकार से सहमत नहीं हैं और अब उनकी पार्टी किसानों की लड़ाई में साथ है।

कृषि बिल पर ‘राजनीति’ करने के आरोप पर हरसिमरत का जवाब
हरसिमरत कौर ने छोड़ा था कैबिनेट मंत्री का पद
अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने हाल ही में कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अकाली दल ने केंद्र के कृषि विधेयकों के खिलाफ वोट करते हुए संसद से लेकर सड़क तक इसकी खिलाफत का ऐलान किया था। बता दें कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल मोदी सरकार में अकाली दल की एकमात्र प्रतिनिधि थीं।
केंद्र पर बात ना सुनने का लगाया था आरोप
हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा देने के बाद कहा था कि केंद्र सरकार ने विरोध के बावजूद उनकी बात नहीं सुनी। इससे पहले लोकसभा में अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने बिल के विरोध में चेतावनी देते हुए ऐलान किया था कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल कृषि संबंधी विधेयकों के विरोध में सरकार से इस्तीफा देंगी।